Share Market Basics for Beginners | स्टॉक मार्केट से पैसे कमाने के लिए शुरुआती गाइड | हिंदी में

Share Market Basics for Beginners | स्टॉक मार्केट से पैसे कमाने के लिए शुरुआती गाइड | हिंदी में

 

सबसे अमीर लोगों के लिए आपको सिर्फ दो तरह के लोग देखने को मिलेंगे। ठीक है बिजनेसमैन और दूसरे हैं इन्वेस्टर्स अब हर कोई बिजनेसमैन तो नहीं बन सकता। कुछ और पेस्ट करके अब इंडस्टर तू बन सकते हैं और आप भी अमीर लोगों की लिस्ट में आ सकते हैं। यही बातें बोलकर आपको पता है जाता है। आपको ऐसी कहानियां सुनाई जाती है कि अगर अपने साल पहले विप्रो के स्टॉक में तक सरदार में अंग्रेज की होते तो आज उसकी वैल्यू 800 करोड रुपए से भी ज्यादा हो गई होती है। वैसे यह कहानी मैंने भी सुनाई है। एक स्टोरी आपने यह भी सुनी होगी कि मेरे दादाजी ने 1990 में एमआरएफ के 20000 शेयर खरीदे थे और आज उसकी वैल्यू 130 करोड़ रुपए और ऐसी स्टोरी सुनकर इन्वेस्टर की जो एक्सपेक्टेशन पर वह बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और वह आधी अधूरी नॉलेज के साथ इन्वेस्ट करके लोग खाते हैं और बाद में कहते हैं कि स्टॉक मार्केट दुआ है। इस वीडियो में हमारा पर पति की जो नई लोग इस वीडियो को देख रहे हैं ना उनकी इन्वेस्टिंग जर्नी की शुरुआत। और एक्यूरेट इनफॉरमेशन के साथ हो और क्योंकि इस वीडियो में हम यह मानकर चल रहे हैं कि आप बिल्कुल नए हैं। इसकी हम आपको बिल्कुल भी सकते। बताएंगे कि आप स्टॉक मार्केट से पैसे कैसे कमा सकते हैं। आपको स्टॉक मार्केट में क्या करना है और क्या नहीं करना है तो अगर आपको स्टॉक मार्केट के बारे में कुछ भी नहीं पता है तो भी मैं आपको गारंटी देता हूं कि इस वीडियो को देखने के बाद आपको स्टॉक मार्केट बेसिक्स के ऊपर कोई और वीडियो देखने के लिए मेरी आपसे रिक्वेस्ट है कि इस वीडियो को पूरा ध्यान के साथ देखना और अगर सब। समझ आए तो इस वीडियो को लाइक भी कर देना तो चलिए इस वीडियो को शुरू करते हैं तो सबसे पहले समझते हैं कि मार्केट क्या होता है। इससे पहले हमें यह समझना होगा कि शेर क्या होता है। बेसिकली शेर का मतलब होता है। एक कंपनी का छोटा सा हिस्सा जिसको खरीदकर आप उस कमिश्नर बन सकते हैं। अगर आप किसी कंपनी के शेयर कर ही देंगे तो आप उस कंपनी के उस पर टिक

नियम 1

लेते के ओनर बन जाएंगे और उसके बाद अगर कंपनी को प्रॉफिट होगा क्योंकि एक पाठ के लिए ही सही, लेकिन आप भी उस कंपनी के ओनर है तो आपको भी प्रॉफिट होगा और अगर कंपनी को लॉस होगा तो फिर आपको भी लॉस होगा। बट ध्यान रखिए कि इस केस में कंपनी का ओनर नहीं बल्कि शेरहोल्डर कहां जाएगा और एक कंपनी के क्योंकि करोड़ों शेर होते हैं तो उस कंपनी के लाखों या करोड़ों शेयर होल्डर भी हो सकते हैं। अब अगर आपने अभी तक नहीं। अपनी एक चीज तो नोटिस की होगी कि मैंने बार-बार शेयर वर्ल्ड का यूज किया था। मैंने कहीं पर भी स्टॉपवर्ड का यूज नहीं किया था। वर्जन रिलीज लोग टॉक और यूज़ करते हैं और कई बार शेर की जगह पर स्टॉक बोल देते हैं और कई बार स्टार्क की जगह पर शेयर बोल देते हैं तो क्या यह दोनों वोट एक हैं या फिर अलग-अलग है। चलिए अब यह समझता है तो देखो चली लोगों को लगता है कि इन दोनों वर्ड का मतलब एक ही है लेकिन एक्चुअल में इन दोनों को। थोड़ा सा डिफरेंस डिफरेंस को सिंपल भाषा में समझे तो एक कंपनी के छोटे से हिस्से को शहर कहा जाता है और एक कंपनी के करोड़ों शेर होते हैं, लेकिन एक कंपनी के जूता ऋषि और जो करोड़ों शर्तें उनको मिलाकर टॉक कहां जाता है और एक कंपनी का एक ही स्टॉक होता है। यानी एक कंपनी का स्टॉक तो एक ही होगा लेकिन उसके अंदर करोड़ों शेयर्स हो सकते हैं तो अगर आप कभी किसी को कहोगे कि मैंने चार बॉक्स खरीदे हैं तो इसका मतलब यह होगा कि आपने चार अलग-अलग कंपनी के शेयर खरीदे हैं और अगर आप मैंने 4 शेयर खरीदे हैं तो इसका मतलब होगा कि आपने किसी एक कंपनी के 4 शेयर खरीदे हैं। अब आपको स्टॉक और शहर के बीच में डिफरेंस क्लियर हो गया है। अगर क्लियर हो गया है तो कमेंट बॉक्स में लिखो मैं चाहता हूं कि आपके और मेरे बीच में डूबे कम्युनिकेशन हो ना कि सिर्फ मैं बोलूं और आप उसको सुने और भूल जाएं। अब आपको स्टॉक्स क्या होते हैं। शेयर क्या होते हैं कि यह समझ आ गया तो चल? समझते हैं कि आप इंसटिड को खरीद कहां से सकते हैं और आप इन से पैसे कैसे कमा सकते हैं तो देखो जैसे वेजिटेबल खरीदने के लिए हमें वेजिटेबल मार्केट में जाना होता है। वैसे ही स्टॉक स्टॉक मार्केट में जाना होता है और इस स्टॉक मार्केट में दो शॉप्स हैं जहां से आप स्टॉक खरीद और भेज सकते हैं या फिर शेयर खरीद और भेज सकते हैं और उसका नाम है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज जिस रिसोर्ट में एनएससी और। भी कहा जाता है कंपनी। * स्टॉक एक्सचेंज में ही अपने शर्ट को लिस्ट करवाती हैं और जिनको उस कंपनी के शेयर खरीदने हैं। इन दोनों स्टॉक एक्सचेंज से ही खरीद सकते हैं और जिनको बेचने हैं वह भी इन दोस्तों के करीब सकते हैं। अब आपको समझ आ गया कि या तो आप भी ऐसी से सर खरीदेंगे या फिर आप एनएससी से शेयर कर देंगे। लेकिन अगर आप यहां से शेयर खरीदना चाहते हैं। ना तो फिर आप डायरेक्टली वहां पर जाकर शिवाय नहीं कर सकते हैं। पहले लोग स्टॉक एक्सचेंज में जाकर ही शेयर खरीदते थे, लेकिन आज के टाइम पर आपको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है। आप अपने मोबाइल फोन से ही शरदबाई भी कर सकते हैं और स्टाइल भी कर सकते हैं। इसके लिए

नियम 2

आपको पति डीमैट अकाउंट चाहिए होता है जो कि आप ऑनलाइन खुलवा सकते हैं और जीवन कुछ अच्छे डिमैट अकाउंट के लिंक मैंने आपको डिस्क्रिप्शन पर दे रखा है। जहां पर आप फ्री में अपना डिमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं तो आप चेक कर लीजिएगा। आप जब ऑनलाइन अपना डिमैट अकाउंट खुलवा लेंगे, इसके बाद आपको शर्ट पैंट स्टाइल करने के लिए जिस कंपनी में आप ने डिमैट अकाउंट खुलवा है आपको उसका ऐप डाउनलोड करना होगा और। डाउनलोड करने के बाद आप वहां से शर्ट खरीद भी सकते हैं और बीज भी सकते हैं तो अब आपको यह समझ आ गया है कि आप एनएससी या बीएससी शेयर बैंड खेल कर सकते हैं और यह भी आपको डायरेक्ट ही वहां से आपके पास एक डीमैट अकाउंट होना चाहिए और उस डीमेट अकाउंट के थ्रू आप उस कंपनी के ऐप से शेयर बाय एंड सेल कर सकते हैं। अगर आपको इतना क्लियर हो गया है तो कमेंट बॉक्स में फिर से लिख दीजिए कि आपको समझ आ गया है कि शेरप्वाइंट कल कहां से करना है। अब क्योंकि आपको यह तो समझ आ गया है कि सर! कल कहां से करना है तो अब आते हैं मेल सवाल पर कि आप शेयर मार्केट से पैसे कमाएंगे। कैसे तो देखो यह बहुत सिंपल है जैसा कि मैंने आपको बताया कि हर कंपनी के शेर होते हैं जिनको आप खरीद शेयर मार्केट से पैसे कमाने के लिए आपको कंपनी के शेयर खरीदने होते हैं। मान

नियम 3

लीजिए। आपने किसी कंपनी का शर्ट ₹100 में खरीद लिया है और उसके बाद अगर शेयर की प्राइस बढ़कर ₹200 चली जाती है तो आपका जो पैसा है वह डबल हो जाएगा। अगर माली जी शेयर की प्राइस घटकर ₹50 पर आ जाती है तो आपका जो पता है वह आधा हो जाएगा। यानी आपने चेस्ट प्रेस में शेयर खरीदा है। उससे अगर आएगी तो आपको प्रॉफिट होगा और अगर उससे प्राइस घटेगी तो आपको लॉस होगा तो इसी तरीके से शेयर मार्केट से पैसे कमाए जाते हैं। अब शायद मेरी बातों को सुनकर आपको लग रहा होगा कि अगर माल घटकर ₹50 आ जाती है तो फिर मुझे शेयर बेचना पड़ेगा और मुझे लॉस हो जाएगा तो ऐसा कुछ भी नहीं है। अगर माली जब लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्ट कर रहे हैं और आपने तो और परमेश्वर खरीदा है। सकता है कि आपके खरीदने के बाद शेयर की प्राइस घटकर ₹90 आ जाए और ऊपर आ जाए तो अगर आपको लगता है कि अभी शेयर की प्राइस बढ़ेगी तो उसके बाद भी आप शेर को अपने पास रख सकते हैं। उसके बाद हो सकता। बस बड़े और छोटे हो या कितने रुपए में भी चले जाए तो अगर आपने long-term क्रेशर खरीदा है तो यह आपके ऊपर होता है कि आपको कितने लंबे टाइम के लिए अपने पास शेयर रखना है। बट अभी बहुत सवाल है जो कि आपके माइंड में आ रहा होगा और वह यह है कि इस शेयर की प्राइस बढ़ती और। और यह कौन डिसाइड करता है कि शेर की पहली पड़ेगी या फिर घटेगी तो देखो वैसे तो हम ही लोग हैं जो यह डिसाइड करते हैं कि शेयर की प्राइस बढ़ेगी या फिर घटेगी क्योंकि स्टॉक एक्सचेंज में

नियम 4

जो शेर की प्राइस है। डिमांड एंड सप्लाई के बेस पर ही बढ़ती और घटती है और यह जो डिमांड और सप्लाई है, यह हम जैसे इन्वेस्टर थी, उस शेयर में क्रिएट करते हैं। यानी अगर माली जेवर को खरीदना चाहते हैं तो इसका मतलब है कि उस शेर से रिलेटेड डिमांड बहुत ज्यादा है तो जिस चीज की डिमांड ज्यादा होती है, उसके शेयर की प्राइस बढ़ जाती है और मान लीजिए। अगर किसी लोग एक कंपनी के शेर को हल करना शुरू कर देते हैं तो इसका मतलब है कि उसकी सप्लाई बढ़ गई है। यानी दादा लोग उसको बेच रहे हैं और जिस चीज की सप्लाई ज्यादा होती है, उसकी प्राइस जाती है। अब यहां पर आपकी मम्मी के क्वेश्चन आ रहा होगा। यह डिमांड और सप्लाई कैसे क्रिएट होती है तो देखो अगर मान लीजिए। किसी कंपनी को कोई बहुत बड़ा ऑर्डर मिल जाता है तो इससे जितने भी इन र। उन्हें लगेगा कि यार इस कंपनी को बहुत बड़ा ऑर्डर मिला है। यानी इस कंपनी का प्रॉफिट बढ़ेगा तो वह लोग उस कंपनी का हफ्ता खरीदना चाहेंगे। जब कंपनी का प्रॉफिट बढ़ने वाला है तो जब लोग उस कंपनी का हफ्ता खरीदना चाहेंगे तो बहुत सारे लोगों की उस में डिमांड आएगी और अगर उसकी डिमांड आएगी तो शेयर की प्राइस बढ़ जाएगी और ऐसे ही मान लीजिए। अगर किसी कंपनी की फैक्ट्री में आग लग जाती है तो अब पता लगेगा कि कंपनी को तो लेट हो जाएगा तो अपने बीच में आ जाएंगे। अगर वो अपने शर्ट बेचना चाहेंगे तो उस स्टॉक पस्त अप्लाई आएगी। उसकी प्राइस घाट जाएगी तो अब आपको क्लियर होगी। और घर ठीक है अगर आपको क्लियर हो गया है तो यह भी कमेंट बॉक्स में लिख देना। आप देखने के बाद आप एक्साइटेड होकर इन्वेस्टमेंट करने मत चले जाना। अभी आपके लिए बहुत कुछ सीखना बाकी है और अगर आप एक अच्छे इन्वेस्टर बनना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे इंपॉर्टेंट क्वालिटी होती है। पेशंट पेशंट के साथ अभी वीडियो को देखिए तो देखो यह जो इन्वेस्टमेंट है ना यह दो तरह की होती है। एक होती होती होती है। लॉन्ग टर्म investing.com की बात करें तो शॉर्ट टर्म में आप 1 दिन से लेकर 1 साल तक के लिए इन्वेस्ट कर सकते हैं। इसके अंदर आ जाती है। आप शॉर्ट टर्म ट्रेंड को कैच करने की कोशिश करते हैं और इन इंट्राडे ट्रेडिंग भी आ जाती है जिसमें आप एक ही दिन के अंदर शरद को बाय एंड सेल करके प्रॉफिट कमाने की कोशिश करते हैं, जो शॉर्ट टर्म इन्वेस्टिंग होती है। यह बहुत ही ज्यादा रिस्की है क्योंकि इसमें आपके पास लिमिटेड टाइम होता है। अगर आप इनके बारे में डिटेल में जाना चाहते हैं तो स्वीट! और इंट्राडे ट्रेडिंग दोनों के ऊपर ही हमने वीडियो बना रखी है। आप उन वीडियो को देख सकते हैं। अभी आप इतना समझ लीजिए कि एक शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग होती है जिसमें आप 1 दिन से लेकर 1 साल तक के लिए इन रस के बावजूद दूसरी है। वह लॉन्ग टर्म इन्वेस्टिंग इसमें आप 1 साल से ज्यादा वक्त के लिए प्रेरित करते हैं। इसमें शॉर्ट टर्म के कंपैरिजन में थोड़ा कम रेट होता है। इसमें आप लोग को खरीद कर अपने पास रख सकते हैं और अगर मान लीजिए। आप रेगुलर इनकम चंद्र। करना चाहते हैं तो आप स्टॉक में भी इन्वेस्ट कर सकते हैं जो कि डिविडेंड देते हो। अब देखो यह दोनों ही तरह की

नियम 5

जो इंटरेस्टिंग है। यह बहुत डिफरेंट है तो यह आपको डिसाइड करना होता है कि आप की सेटिंग करना चाहते हैं और उस टाइप की इन्वेस्टिंग के हिसाब से आपको उस टाइप का एमएलए टच करना होता है। जैसे मान लीजिए। अगर आप किसी स्टाफ में लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना चाहते हैं तो वहां पर आपको उत्सव के फंडामेंटल देखते होंगे। उसकी बिजनेस को समझना होगा। लेकिन अगर माली जी आप किसी स्टाफ में शॉर्ट टर्म के लिए अंदर करना चाहता है तो वहां पर आपको उसका टेक्निकल एनालिसिस करना होगा। आपको उसका कपूर ड्रेस स्टाइल देखना होगा। उसमें आप प्राइस एक्शन अप्लाई कर के देखेंगे तो उसका ट्रेन किस तरफ चल रहा है और इस तरीके से आप एनालिसिस करके इन्वेस्टमेंट करेंगे। अब देखो अगर मेरी बात करें तो अगर मान लीजिए। आप कोई जॉब करते हैं, बिजनेस करते हैं। जिस वजह से आपके पास ज्यादा टाइम नहीं होता है और इसके साथ ही आप दादा रेस नहीं लेना चाहते हैं तो आप लॉन्ग टर्म। रख सकते हैं बट इस केस में भी अगर आपको कोई स्टॉक बताएं कि इस स्टॉक मैनेज कर लो, आपका पैसा डबल हो जाएगा। ट्रिपल हो जाएगा तो आपने उस में इंटरेस्ट नहीं करना है। आपने अच्छे से उसे शौक के बारे में पढ़ना है। उस कंपनी के बारे में पढ़ना है। अपने इन्वेस्टिंग कौन को डिसाइड करना है कि आपको कितने लंबे टाइम के लिए इन्वेस्ट करना है। आप कितना रिस्क ले सकते हैं और यह सब सोचने के बाद ही एक स्टाफ में इन्वेस्ट करना है और मैं आपको बता दूं कि कभी भी जवाब इन्वेस्टमेंट करता है। वह अपने सिर्फ एक स्टॉक में नहीं करनी होती है। टेस्ट प्रैक्टिस दी होती है कि आप अपना एक पोर्टफोलियो बना लें, जिसमें 12 से 15 स्टॉक्स रखें, क्योंकि आप कितनी देर चार्ज करने के बाद स्टॉक तरह करेंगे तो 1 साल के बाद क्या होगा। यह आपको नहीं पता है तो इसलिए हो सकता है कि आपको दो-तीन स्टॉक्स में लॉस हो। बट दादा चौक में आपको प्रॉफिट होगा तो प्रॉफिट में रहेंगे। अगर आप यह सोचकर इंटरेस्ट करेंगे कि मैं सिर्फ एक स्टॉक नहीं अपने एक ₹200000 डाल देता हूं और उसको छोड़ देता हूं तो यह एक तरह से लॉटरी के टिकट खरीदने जाता। यह मान ली। तो हो सकता है आपका पैसा दोगुना भी हो जाए और मान लीजिए नहीं चलता है तो आपका पैसा जीरो भी हो सकता है। लेकिन ज्यादातर केस में अगर आप सिर्फ एक ही स्टॉक में पैसा इन्वेस्ट करेंगे तो वहां पर आपको लांच होने के चांस ज्यादा होंगे। इसलिए हमेशा जवाब लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं तो उसमें 10 से 15 स्टॉक को अपने पोर्टफोलियो में रखें। अब अगर माली जी आपकी सैलरी ज्यादा नहीं ज्यादा अमाउंट इंटरेस्ट नहीं कर सकते हैं या फिर आप एकता 10 15 स्टॉक्स नहीं खरीद सकते। तो फिर इसमें आप चाहे तो हर महीने अलग-अलग कंपनी के स्टाफ खरीद सकते हैं और ऐसे करके अपना एक पोर्टफोलियो बना सकते हैं या फिर मान लीजिए। आपको स्टॉक सेलेक्ट करना नहीं आता है। याद डायरेक्ट स्टाफ सिलेक्शन में नहीं सोचना चाहते हैं तो फिर आप मैचुअल फंड के थ्रू भी स्टॉक मार्केट में दर्द कर सकते हैं और अगर आपकी सैलरी ज्यादा नहीं है। आप कुछ पैसा अपनी सैलरी में से हर महीने इन्वेस्ट करना चाहते। मैचुअल फंड आपके लिए बेस्ट रहेगा क्योंकि वहां पर आप ऐसा ही कर सकते हैं जिससे हर महीने कितना अमाउंट आप चाहते हैं उतना अमाउंट आपके बैंक का अकाउंट से कट कर उस पर टिक नंबर चल फंड में इंफेक्शन था। उन लोगों के लिए ताज जिनके पास ज्यादा टाइम नहीं है और जो कि ज्यादा रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। अगर मान लीजिए, आपके पास टाइम है। आप रिचार्ज कर सकते हैं और अब थोड़ा बहुत रिस्क लेने के लिए रेडी भी है तो इस केस में आप लॉन्ग टर्म के लिए खुद स्टॉक कलेक्ट कर सकते हैं। अगर माली जी आपको स्टॉक प्ले करना नहीं आता है तो हमने इसके ऊपर एक व्हाट इस थिस लेक्चर का कोर्स। बैठी हूं अगर आप ज्यादा रिस्क नहीं ले सकते हैं तो फिर शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग ने शुरुआत में ही मत करना। अब इसके बाद बात करते हैं कि आपको स्टॉक मार्केट से कितने रिटर्न्स एक्सपेक्ट करनी चाहिए और आपकी राष्ट्र लेक्टेशन कितनी होनी चाहिए तो देखो आपने सुना होगा कि स्टॉक मार्केट में किसी ने 10,000 लगाए थे और 40 साल बाद वह 800 करोड रुपए हो गए तो ऐसा होता है, पॉसिबल है। ऐसा नहीं है कि यह नहीं हो सकता। लेकिन यू होने के चांसेस बहुत मुश्किल है और इसके लिए आपको अगले विप्रो किया। अगले इंफोसिस जाते स्टॉक को प्रेरित करना होगा जो कि इस टाइम पर करना बहुत मुश्किल होता है और अगर आप एक्सपेक्टेशन के साथ स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करेंगे तो अगर माली जी आपका पैसा डेढ़ गुना या दोगुना भी हो गया। ना तो आपको लगेगा कि अभी तो यह कुछ भी नहीं हुआ है। इसलिए जब भी आप लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं तो वहां पर इस बात पर फोकस मत कीजिए कि अगर आपने एक स्टाफ में पैसा लगा दिया तो आपका पैसा 1020 गुना हो जाएगा। यह हो सकता है लेकिन होने के चांसेस बहुत कम है इसलिए आपकी जो राशनल एक्सपेक्टेशन होनी चाहिए। पूरी चाहिए। 15 से 20 बर्तन के बीच में यानी मान लीजिए। अगर आप एफबी में मिस करते तो आप कुछ क्षेत्र पर चीन के लेटेस्ट मिल जाते। अगर आप गोल्डमैन 10 करते तो आपको 89

नियम 6

पर चमके रिटर्न्स ऑल जाते। लेकिन क्योंकि आप स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट कर रहे हैं तो वहां पर अगर आपको 15, 16 या तथा प्रसन्न के रिटर्ंस में मिल जाते हैं तो यह बहुत अच्छे हैं। सुनने में भले ही आपको यह 20 परसेंट कम लग रहा होगा। लेकिन मान लीजिए। अगर आप ₹100000 अगले 30 साल के लिए 20 पर्सन के रेट पर इन्वेस्ट करते हैं ना तो 30। कल के बाद आपके जो ₹100000 उनकी वैल्यू तीन करोड़ 80 लाख रुपए से भी ज्यादा हो चुकी होगी तो इससे पता चलता है कि अगर आप स्टॉक मार्केट में कंसिस्टेंट रिटर्न्स जनरेट करता है तो इससे भी आप एक बहुत बड़ी बेल्ट बना सकते हैं और ऐसे में मान लीजिए। आपने कोई ऐसा टॉपिक किया होगा जो कि बहुत ज्यादा रिटर्न्स देगा तो वहां से भी आपके रिटर्न्स और ज्यादा बढ़ सकते हैं। अब फाइनली कूड़ासन आपको टैग वेकेशन के बारे में बताता हूं जो कि बहुत ही ज्यादा जरूरी है। जब एक नर आपको पता होना चाहिए ताकि अब गलत डायरेक्शन में इन्वेस्टमेंट ना करें तो देखिए मान लीजिए। मैंने आपको कहा है कि आपने सिर्फ एक स्टॉक में इंटरेस्ट नहीं करना है। अपने बहुत सारे स्टाफ मेंबर्स करना है तो डायवर्सिफिकेशन तो यहीं पर हो जाता है। लेकिन अगर मान लो। आप ने 12 स्टाफ में इंद्र किया और वह 12 के 12 सेक्टर से बिलॉन्ग करते हैं तो ऐसे में मान लो अगर आईटी सेक्टर के ऊपर कोई प्रॉब्लम आ जाती है तो फिर तो आपको 12:00 के 12:00 स्टॉक्स में लॉस हो जाएगा। इसलिए जब भी आप लॉन्ग टर्म कैलेंडर। अपना पोर्टफोलियो बना रहे हैं जिसमें आप अलग-अलग स्टॉक तो रख रहे हैं तो वहां पर आप कुछ तारे स्टॉक सिरके की ट्रैक्टर के नहीं रखने। आपको अलग-अलग फैक्टर या अलग-अलग इंडस्ट्री के स्टॉक अपने पोर्टफोलियो में रख लो। अपने दोस्त और आईटी सेक्टर के रख लिए दोस्तों के रिन्यूएबल एनर्जी के रखी है और ऐसे अलग-अलग ट्रैक्टर से अपना पोर्टफोलियो बनाएं जिससे मान लीजिए। अगर किसी एक सेक्टर में लॉस होता है तो हो सकता है कि दूसरे सेक्टर में प्रॉफिट हो जाए जिससे आपका जो लोग थे, एवरेज हो जाएगा।


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